नई दिल्ली, अखिल भारत हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रविन्द्र कुमार द्विवेदी ने लोकसभा चुनाव चुनाव 2024 के अंतिम सातवें चरण का मतदान निर्विघ्न संपन्न होने पर देशवासियों को लोकतंत्र के इस उत्सव में उत्साह एवं हर्षोल्लास से शामिल होकर मतदान करने पर शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि गत लोकसभा चुनाव की अपेक्षा इस बार मतदान का प्रतिशत कम रहा, जो चुनाव तंत्र के प्रति मददाताओं की उदासीनता को दर्शाता है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष रविन्द्र कुमार द्विवेदी ने कहा कि मतदान करने वाले मतदाताओं को पुरस्कृत – सम्मानित करने अथवा विशेष राजकीय सुविधा प्रदान करने की एक सशक्त नीति बनाकर लागू करने से भविष्य में मतदान का प्रतिशत बढ़ाया जा सकता हैं। उन्होंने सात चरणों के लंबे चुनावी प्रारूप को निष्पक्ष और विधिपूर्वक संपन्न करवाने पर भारतीय निर्वाचन आयोग को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि चार जून को नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में दो तिहाई से अधिक बहुमत से नई सरकार के गठन का परिणाम घोषित होगा और इंडी गठबंधन का कुनबा पूरी तरह से बिखर जायेगा।
हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता बी एन तिवारी ने आज जारी बयान में यह जानकारी देते हुए बताया कि भारतीय निर्वाचन आयोग और उसके परिश्रमी अधिकारियों ने पूरी निष्पक्षता के साथ निर्वाचन प्रक्रिया को संपन्न करवाते हुए विपक्षी दलों की किंतू परंतु की आशंकाओं को ध्वस्त किया है। उन्होंने कहा कि दो तिहाई से अधिक बहुमत से सरकार गठित होने की संभावना देश और देशवासियों के लिए प्रगति और खुशहाली का मार्ग प्रशस्त करेगी। अल्पसंख्यकों के अधिकारों और कर्तव्यों की सुरक्षा के साथ देश के बहुसंख्यक समाज के समग्र विकास की योजना तैयार होगी तथा भारत वैदिक कालीन वैभव पुनः प्राप्त करेगा।
जारी बयान के अनुसार हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय महामंत्री ललित अग्रवाल ने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं कि चार जून के बाद इंडी गठबंधन में शामिल सभी राजनीतिक दल हार के लिए एक दूसरे पर दोषारोपण कर आपस के लड़ेंगे और इंडी गठबंधन का अस्तित्व समाप्त हो जायेगा। इसी के साथ राहुल गांधी को अपनी राजनीतिक विरासत का बोरिया बिस्तर उठाकर इटली रवाना होने पर विवश होना पड़ेगा।
हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष चंद्र शेखर भट्ट ने कहा कि इस बार मतदाताओं ने धर्म और जाति के नाम पर वोट की राजनीति को नकारते हुए देश और समाज के सशक्तिकरण के नाम पर नरेंद्र मोदी के पक्ष में मतदान किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और इंडी गठबंधन ने जाति के नाम पर मतगणना करवाने का मुद्दा अपने घोषणा में शामिल करके सिद्ध कर दिया कि उनकी हिन्दू समाज को जातिवाद में बांटकर कमजोर करने के साथ जेहादी और अलगाववादी शक्तियों को संरक्षण देने की पुरानी नीति में कोई बदलाव नहीं आया है। इंडी गठबंधन की इसी नीति ने मतदाताओं, विशेषकर बहुसंख्यक समाज के मतदाताओं को नरेंद्र मोदी के पक्ष में मतदान करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने दावा करते हुए कहा कि भविष्य में अब कांग्रेस केंद्र की सत्ता में कभी वापस नहीं आयेगी। उन्होंने कहा कि एक नए राजनीतिक शक्ति का उदय होने के बाद ही भाजपा को केंद्र की सत्ता से बेदखल किया जा सकता है, जिसकी वर्तमान में दूर दूर तक कोई संभावना नजर नहीं आ रही।