जेपी आंदोलन कार्यक्रम में शिरकत जाग मानव जाग परिवार

29 अप्रैल दिन सोमवार को दिल्ली के पटेल नगर स्थित दिदेवर जीवन ज्योति हॉल में लोकनायक जयप्रकाश अंतरराष्ट्रीय अध्ययन केंद्र के नेतृत्व में जेपी आंदोलन को सक्रिय रूप से सफल बनाने के लिए बैठक की गई बैठक में कई गणमान्य हस्तियों ने बढ़ चढ़कर अपने हिस्सेदारी निभाई बैठक में वरिष्ठ पत्रकार व लेखक ज्ञानेंद्र रावत जी हिंदी अकादमी भारत सरकार के सदस्य व वरिष्ठ पत्रकार दीपक गॉड जी समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष , दिदेवार जीवन ज्योति हाल के अध्यक्ष सुरजीत सिंह कोहली जी , लोकनायक जयप्रकाश अंतर्राष्ट्रीय अध्ययन केंद्र के जनरल सेक्रेटरी अभय सिन्हा जीसहित जाग मानव जाग परिवार की मुख्य प्रबंध निर्देशिका सह सामाजिक आध्यात्मिक प्रेरक वक्ता विजयलक्ष्मी पांडे ने भी अपने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई विजयलक्ष्मी पांडे ने बताया कि लोक नायक जयप्रकाश नारायण जी के नेतृत्व में कभी विद्यार्थी आंदोलन हुआ करता था जो आज की तारीख में बिल्कुल लुप्त हो चुका है डॉक्टर वकील सरकारी अधिकारी कर्मचारी प्रत्येक जाति के लोग अपने-अपने हक अधिकार की लड़ाई के लिए आंदोलन कर रहे हैं पर जो आंदोलन को मजबूत बनाने वाले समाज का सुसज्जित विकसित वातावरण को निर्माण कर सकता है ऐसे विद्यार्थियों की भविष्य की चिंता करने वाला आज की तारीख में कोई नेतृत्व और व्यक्तित्व नहीं है 1974 के काल की परिस्थितियों में 25 जून को देश में इमरजेंसी घोषित हुई और उसे समय के अग्रदूत कहे जाने वाले लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी ने अपने साथियों सहित शिक्षा के क्षेत्र में विद्यार्थियों के लिए लड़ाई लड़ी देश की भुखमरी बेरोजगारी वह सबल व मजबूत शिक्षा अभियान पर उन्होंने जोर दिया और देश को जाति-पाति धर्म वर्ग भेदभाव के बंधन को तोड़कर सफल चरित्र के साथ विद्यार्थी आंदोलन को आगे बढ़ते हुए संपूर्ण क्रांति की नींव रखी जिसे बदलते हालात में राजनीति के खेलों का चोला पहनकर कई रूप से मोड़ दिया गया
अपने वक्तव्य में विजयलक्ष्मी पांडे जी ने जेपी के व्यक्तित्व पर उनके क्रांतिकारी विचारधारा पर और उनके अभियान पर महत्वपूर्ण प्रकाश डालें साथ ही उन्होंने बताया कि जेपी अर्थात लोकनायक जयप्रकाश नारायण जैसे व्यक्तित्व और नेतृत्व की आवश्यकता है आंदोलन तो हर जगह हो रहे हैं लेकिन नेतृत्व करने वाले व्यक्तित्व की कमी है मानव को मानव से जोड़ने वाली कड़ी पर प्रकाश डालते हुए एक दूसरे के साथ सहयोग लेते हुए समाज को मजबूत बनाने की दिशा में भी विजय लक्ष्मी ने अपनी विचार प्रकट करी और गंदी राजनीति से निकालकर लोगों को एकजुट होकर एक सच्चे व्यक्तित्व का प्रतिनिधित्व करते हुए भावनाओं की कोमलता और कर्मठ व्यक्तित्व की प्रधानता पर जोर देते हुए ऐसी बैठक के होते रहने का संदेश दिया

देश के ऐतिहासिक क्रांतिकारी विचारधारा संस्कृति और धरोहर को मजबूत और लगातार बनाए रखने के लिए सामाजिक संस्थाओं द्वारा ऐसे बैठ के होते रहना अत्यंत ही आवश्यक है इन्हीं कर्तव्य के साथ कई गढ़वाली व्यक्तियों ने भी अपने-अपने विचार रखें साथ में ही 25 जून को लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी के नेतृत्व में चल रहे संपूर्ण क्रांतिकारी आपातकाल स्थिति की 50 वी वर्षगांठ के कार्यक्रम को सफल बनाने पर भी चर्चा की गई
जिसमें विजयलक्ष्मी जी ने बताया कि हम सभी की मूल रूप से नैतिक सामाजिक मानसिक शारीरिक आर्थिक सभी तरह की जिम्मेदारी बनती है

निवेदक
निजी सचिव
दीपक

जेपी आंदोलन कार्यक्रम में शिरकत जाग मानव जाग परिवार

29 अप्रैल दिन सोमवार को दिल्ली के पटेल नगर स्थित दिदेवर जीवन ज्योति हॉल में लोकनायक जयप्रकाश अंतरराष्ट्रीय अध्ययन केंद्र के नेतृत्व में जेपी आंदोलन को सक्रिय रूप से सफल बनाने के लिए बैठक की गई बैठक में कई गणमान्य हस्तियों ने बढ़ चढ़कर अपने हिस्सेदारी निभाई बैठक में वरिष्ठ पत्रकार व लेखक ज्ञानेंद्र रावत जी हिंदी अकादमी भारत सरकार के सदस्य व वरिष्ठ पत्रकार दीपक गॉड जी समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष , दिदेवार जीवन ज्योति हाल के अध्यक्ष सुरजीत सिंह कोहली जी , लोकनायक जयप्रकाश अंतर्राष्ट्रीय अध्ययन केंद्र के जनरल सेक्रेटरी अभय सिन्हा जीसहित जाग मानव जाग परिवार की मुख्य प्रबंध निर्देशिका सह सामाजिक आध्यात्मिक प्रेरक वक्ता विजयलक्ष्मी पांडे ने भी अपने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई विजयलक्ष्मी पांडे ने बताया कि लोक नायक जयप्रकाश नारायण जी के नेतृत्व में कभी विद्यार्थी आंदोलन हुआ करता था जो आज की तारीख में बिल्कुल लुप्त हो चुका है डॉक्टर वकील सरकारी अधिकारी कर्मचारी प्रत्येक जाति के लोग अपने-अपने हक अधिकार की लड़ाई के लिए आंदोलन कर रहे हैं पर जो आंदोलन को मजबूत बनाने वाले समाज का सुसज्जित विकसित वातावरण को निर्माण कर सकता है ऐसे विद्यार्थियों की भविष्य की चिंता करने वाला आज की तारीख में कोई नेतृत्व और व्यक्तित्व नहीं है 1974 के काल की परिस्थितियों में 25 जून को देश में इमरजेंसी घोषित हुई और उसे समय के अग्रदूत कहे जाने वाले लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी ने अपने साथियों सहित शिक्षा के क्षेत्र में विद्यार्थियों के लिए लड़ाई लड़ी देश की भुखमरी बेरोजगारी वह सबल व मजबूत शिक्षा अभियान पर उन्होंने जोर दिया और देश को जाति-पाति धर्म वर्ग भेदभाव के बंधन को तोड़कर सफल चरित्र के साथ विद्यार्थी आंदोलन को आगे बढ़ते हुए संपूर्ण क्रांति की नींव रखी जिसे बदलते हालात में राजनीति के खेलों का चोला पहनकर कई रूप से मोड़ दिया गया
अपने वक्तव्य में विजयलक्ष्मी पांडे जी ने जेपी के व्यक्तित्व पर उनके क्रांतिकारी विचारधारा पर और उनके अभियान पर महत्वपूर्ण प्रकाश डालें साथ ही उन्होंने बताया कि जेपी अर्थात लोकनायक जयप्रकाश नारायण जैसे व्यक्तित्व और नेतृत्व की आवश्यकता है आंदोलन तो हर जगह हो रहे हैं लेकिन नेतृत्व करने वाले व्यक्तित्व की कमी है मानव को मानव से जोड़ने वाली कड़ी पर प्रकाश डालते हुए एक दूसरे के साथ सहयोग लेते हुए समाज को मजबूत बनाने की दिशा में भी विजय लक्ष्मी ने अपनी विचार प्रकट करी और गंदी राजनीति से निकालकर लोगों को एकजुट होकर एक सच्चे व्यक्तित्व का प्रतिनिधित्व करते हुए भावनाओं की कोमलता और कर्मठ व्यक्तित्व की प्रधानता पर जोर देते हुए ऐसी बैठक के होते रहने का संदेश दिया

देश के ऐतिहासिक क्रांतिकारी विचारधारा संस्कृति और धरोहर को मजबूत और लगातार बनाए रखने के लिए सामाजिक संस्थाओं द्वारा ऐसे बैठ के होते रहना अत्यंत ही आवश्यक है इन्हीं कर्तव्य के साथ कई गढ़वाली व्यक्तियों ने भी अपने-अपने विचार रखें साथ में ही 25 जून को लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी के नेतृत्व में चल रहे संपूर्ण क्रांतिकारी आपातकाल स्थिति की 50 वी वर्षगांठ के कार्यक्रम को सफल बनाने पर भी चर्चा की गई
जिसमें विजयलक्ष्मी जी ने बताया कि हम सभी की मूल रूप से नैतिक सामाजिक मानसिक शारीरिक आर्थिक सभी तरह की जिम्मेदारी बनती है

निवेदक
निजी सचिव
दीपक

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