न्यूज़ रिपोर्ट ….
उत्तर प्रदेश के बाहुबली नेताओं में शुमार जनसत्ता दल (लोकतांत्रिक) के मुखिया और कुंडा विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया अपनी पत्नी भानवी सिंह से तलाक मामले को लेकर काफी चर्चा में रहते हैं. बता दें कि दोनों के बीच विवाद इतना बढ़ चुका है. भानवी सिंह ने राजा भैया पर कई बड़े संगीन आरोप लगा रखे हैं. मगर इन सब के बीच भानवी सिंह अपने एक सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर फिर चर्चा में आ गई हैं.
कुंडा से बाहुबली विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया की पत्नी भानवी कुमारी सिंह ने बड़ा ऐलान कर दिया है. जिससे राजा भैया और उनके समर्थकों में खलबली मच गई है. भानवी सिंह ने एक बड़ा संकल्प लेकर मैदान में उतरने की बात कही है. हालांकि यह मैदान राजनीति का होगा या फिर अपने इंसाफ की लड़ाई का… यह देखने वाली बात होगी.
दरअसल, राजा भैया और भानवी सिंह के बीच विवाद काफी बढ़ गया है. भानवी ने अपने पति राजा भैया समेत उनके सबसे करीबी और मुंह बोले भाई अक्षय प्रताप सिंह उर्फ गोपाल जी पर कई संगीन आरोप लगाए हैं. साथ दोनों का तलाक का मामला भी कोर्ट में चल रहा है. इसी बीच भानवी सिंह ने सोशल मीडिया X पर एक पोस्ट कर लोगों की टेंशन बढ़ा दीं हैं कि रानी साहिबा कौन सा कदम उठाने जा रहीं हैं?18 जुलाई को भानवी सिंह ने X पर लिखा, “कभी कभी सोचती हूँ जब रियासत , राजघरानों से संबंधित महिलाओं को अपने सम्मान, गरिमा की रक्षा के लिए इतना संघर्ष करना पड़ता है. सरकार से याचना करनी पड़ती है और एक आईओ भी किसी की शह पर धमकी भरी भाषा में बात कर सकता है तो आम महिलाओं के साथ क्या होता होगा? अपनी व्यक्तिगत लड़ाई मैं ज़रूर लड़ूँगी लेकिन महिला हितों के लिए बड़ी लड़ाई का भी संकल्प लेकर जल्द मैदान में उतरूँगी. उचित समय का इंतज़ार कीजिए.”
कभी कभी सोचती हूँ जब रियासत , राजघरानों से संबंधित महिलाओं को अपने सम्मान, गरिमा की रक्षा के लिए इतना संघर्ष करना पड़ता है। सरकार से याचना करनी पड़ती है और एक आईओ भी किसी की शह पर धमकी भरी भाषा में बात कर सकता है तो आम महिलाओं के साथ क्या होता होगा? अपनी व्यक्तिगत लड़ाई मैं ज़रूर…गौरतलब है कि राजा भैया ने अपनी पत्नी भानवी कुमारी से तलाक लेने के लिए दिल्ली के साकेत कोर्ट में अप्रैल माह में अर्जी लगाई थी. राजा भैया की भानवी सिंह के साथ शादी साल 1995 में हुई थी. शादी के समय राजा भैया करीब 25 वर्ष के थे और भानवी सिंह की उम्र 20 वर्ष थी.