बुखलाहट में आकर विरोधी कर रहे जानलेवा हमले – गुरजीत औजला
औजला ने की सिक्योरिटी बढ़ाने की मांग
कुलदीप सिंह धालीवाल की शह पर हुआ है हमला
अमृतसर। अमृतसर के अजलाना स्थित बख्खा हरि सिंह सामने एमआर पैलेस अजनाला में चल रही कांग्रेस की रैली में दो लोगों को गंभीर रूप से जख्मी कर दिया गया। आरोपी चलती रैली के दौरान पैलेस के बाहर दो गाड़ियों में आए और वहां शामिल होने आए दो कांग्रेसी वर्करों लवली कुमार निवासी उगर औलख और उनके साथी बलजिंदर सिंह पर फायर कर दिए। उन पर तलवारों से भी हमला कर घायल कर दिया गया। जब तक किसी को कुछ समझ आता आरोपी मौके से फरार हो गए। जिस समय बाहर हमला हुआ अंदर स्टेज पर गुरजीत सिंह औजला एड्रेस कर रहे थे। गुरजीत सिंह औजला ने बताया कि वर्कर रैली में अपने साथियों के साथ पहुंचा था और जैसे ही वो बाहर पानी पीने के लिए गया तो कुछ लोगों ने जो कि उसके अपने ही गांव से थे उस पर हमला कर दिया। जिससे वो घायल हो गया।
गुरजीत सिंह औजला ने इस बात की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि चुनाव जाबता के दौरान और हजारों आदमियों की रैली में गोली चलाने की घटना को अंजाम देने के लिए हिम्मत चाहिए और एसी हिम्मत बिना किसी शह के नहीं आती। उन्होंने कहा कि गोलियां चलाने वाला आम आदमी पार्टी के नेता कुलदीप सिंह धालीवाल के कर्ता धर्ता सुबेग सिंह के रिश्तेदार हैं। उन्होंने कहा कि एसी गुंडागर्दी बुखलाहट की निशानी है। उन्होंने कहा कि इलेक्शन लड़ें, प्रचार करें लेकिन लोगों को डराना बंद करें। ऐसा व्यवहार जंगलराज जैसे हालात दिखा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वो पहले भी एसी ही हरकतें करते रहे है।
उन्हें उम्मीद नहीं थी कि आरोपी इस हद तक गिर जाएंगे और उनके साथियों पर हमला कर देंगे। उन्होंने कहा कि वो हमेशा से सार्थक राजनीति की बात करते आए हैं और कहते आए हैं कि हर राजनीतिज्ञ लोगों को अपने कामों के बारे में जानकारी दें लेकिन विरोधी पार्टियां एसी राजनीति पर उतर आएंगी उन्हें अंदाजा नहीं था।
उन्होंने कहा कि जानलेवा हमले से वो लोगों को डराना चाहते हैं और जीत हासिल करना चाहते हैं लेकिन सत्ता में आने के लिए एसे हथकंडे अपनाना शर्मनाक है। उन्होंने कहा कि एसे हमले से उन पर भी जानलेवा खतरा हो गया है। उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस कमिश्नर और इलेक्शन कमिशन को भी की है और उनकी सिक्योरिटी बढ़ाने की मांग भी की है। उन्होंने कहा कि उनकी इलेक्शन कमीशन से मांग है कि गुंडाराज को बंद किया जाए और अजनाला को सेंसटिव इलाका घोषित किया जाए। उन्होंने कहा कि 2007 से 2017 में अकाली-भाजपा की सरकार में भी एसी ही गुंडागर्दी थी और अब फिर से आप की सरकार में यह घटनाएं सरेआम सरकार पर सवाल उठा रही हैं। इस दौरान मौजूद पूर्व डिप्टी सीएम ओपी सोनी, पूर्व विधायक डा.राज कुमार, पूर्व विधायक हरप्रताप सिंह अजनाला, कांग्रेस शहरी प्रधान अश्वनी पप्पू, कौंसलर संदीप शर्मा रिंका, कांग्रेसी लीडर संजीव अरोड़ा ने इस मामले की कड़ी निंदा की और मांग की कि पुलिस और इलेक्शन कमिशन इस मामले की जांच करें और चुनावों को अमन शांति से संपूर्ण करवाएं। उन्होंने कहा कि अगर इस मामले में जल्द ही एक्शन नहीं लिया गया तो फिर पुलिस और प्रशासन के खिलाफ आवाज उठाई जाएगी।