लखनऊ.समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कन्नौज से सांसद चुने जाने के बाद करहल विधानसभा की सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया है. सपा में अब अखिलेश के बाद नेता प्रतिपक्ष कौन होगा इसको लेकर मंथन चल रहा है. समाजवादी पार्टी में नेता प्रतिपक्ष का निर्णय संसद के विशेष सत्र के बाद होगा.संसद का सत्र 24 जून से शुरू हो रहा है. नेता प्रतिपक्ष तय होने के साथ ही मुख्य सचेतक व विधान परिषद में भी नेता प्रतिपक्ष तय होंगे.
पार्टी 2027 के विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखकर व BJP को सदन में मजबूती से घेर सके ऐसे नेता को यह जिम्मेदारी देना चाहती है. लोकसभा चुनाव में सपा के PDA यानी (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) फार्मूले ने अच्छा प्रदर्शन किया है ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि नेता प्रतिपक्ष भी PDA से ही होगा.
नेता प्रतिपक्ष की दौड़ में राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल यादव, इंद्रजीत सरोज व राम अचल राजभर के नाम प्रमुखता से चल रहे हैं. विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तय होने के साथ ही विधान परिषद में भी नेता प्रतिपक्ष का नाम तय हो जाएगा.
वहीं समाजवादी पार्टी को विधानसभा में मुख्य सचेतक भी तय करना है. इस पद पर पहले ऊंचाहार के विधायक मनोज कुमार पांडेय थे. वे समाजवादी पार्टी से बगावत कर अब भाजपा के पाले में जा चुके हैं. पार्टी यह पद फिर से किसी सवर्ण विधायक को देने पर विचार कर रही है. इस पद के लिए पूर्व विधानसभा अध्यक्ष व इटवा के विधायक माता प्रसाद पांडेय व पूर्व मंत्री एवं जमनियां के विधायक OM प्रकाश का नाम शामिल है.