नई दिल्ली, अखिल भारत हिन्दू महासभा ने रामजस कॉलेज के भ्रष्टाचार के खिलाफ दिल्ली विश्वविद्यालय के उपकुलपति को ज्ञापन देने की घोषणा की है। हिन्दू महासभा का आरोप है कि रामजस कॉलेज में दिल्ली विश्वविद्यालय की नीतियों और दिशा निर्देशों को ताक पर रखकर भ्रष्टाचारियों को संरक्षण दिया जा रहा है।
हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता बी एन तिवारी ने आज जारी बयान में कहा कि सन 2011 – 2012 शैक्षणिक सत्र में रामजस कॉलेज की दाखिला प्रक्रिया में बड़े भ्रष्टाचार का मामला उजागर हुआ था। भ्रष्टाचार के इस प्रकरण में अनुभाग अधिकारी ( प्रशासनिक ) दिलबाग सिंह को और उनके साथ दो और कर्मचारी सस्पेंड कियें गए थे। थाना मोरिस नगर में इस प्रकरण में दिलबाग सिंह के विरुद्ध प्राथमिकी संख्या 148/11और 151/11 दर्ज हुई थी, जो आज भी तीस हजारी कोर्ट में लंबित है।
जारी बयान के अनुसार निलंबित राजे सिंह और सुरेश चंद 60 वर्ष की आयु पूरी होने से सेवा निवृत हो गए, जबकि दिलबाग सिंह ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए पुनः रामजस कॉलेज में अपनी नियुक्ति के साथ पदोन्नत्ति करवाने में सफलता अर्जित की। पुनः नियुक्ति और पदोन्नति के साथ दिलबाग सिंह रामजस कॉलेज और दिल्ली विश्वविद्यालय द्वारा प्रदत्त राजकीय सुविधाओं का लाभ उठाने लगा। यह भी अपने आप में एक बड़ा भ्रष्टाचार है। नियमानुसार दाखिला प्रक्रिया भ्रष्टाचार में दर्ज एफ आई आर पर न्यायालय का अंतरिम निर्णय आने और आरोपी के निर्दोष सिद्ध होने से पहले आरोपी की पुनः नियुक्ति और पदोन्नति देना अनुचित होता है।
एक अन्य राष्ट्रीय प्रवक्ता मदन लाल गुप्ता ने बताया कि आर टी आई से मांगी गई जानकारी प्रदान करने में टाल मटोल की नीति अपनाना सिद्ध करने के लिए प्रयाप्त है कि दिलबाग सिंह को नियमों को ताक पर रखकर पुनः उसकी नौकरी को बहाल करने के भ्रष्टाचार में रामजस कॉलेज के प्रिंसिपल और प्रबंध समिति के अधिकारी भी लिप्त हैं। यदि ऐसा नहीं होता तो दिलबाग सिंह की पुनः नियुक्ति और पदोन्नति के साथ उन्हें प्रबंध समिति का सदस्य मनोनित न किया गया होता।
राष्ट्रीय प्रवक्ता मदन लाल गुप्ता ने रामजस कॉलेज के प्रशासनिक अधिकारी दिलबाग सिंह पर आरोप लगाया है कि वो अपने भ्रष्टाचार को उजागर करने वाले रामजस कॉलेज के सहकर्मियों और अन्य बाहरी संगठनों को झूठे केस में फंसाने की धमकी देता है। दिलबाग सिंह कहता है कि उसके दिल्ली विश्वविद्यालय के उपकुलपति, कुलसचिव, उप कुलसचिव सहायक कुलसचिव और दिल्ली पुलिस आयुक्त से मधुर संबंध है और अपने विरोधियों को झूठे मामले में फंसाना उसके बांए हाथ का खेल है।
हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष चंद्र शेखर भट्ट ने रामजस कॉलेज के इस भ्रष्टाचार की कड़ी निन्दा करते हुए बताया कि हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रविन्द्र कुमार द्विवेदी ने भ्रष्टाचार मुक्त भारत निर्माण का उद्घोष किया है और रामजस कॉलेज के इस भ्रष्टाचार को हिन्दू महासभा किसी भी कीमत पर सहन नहीं करेगी। उन्होंने दिलबाग सिंह को तुरंत बर्खास्त करने और पुनः नियुक्ति के बाद से अब तक उन्हें दिए गए वेतन और अन्य सुविधाओं की सम्पूर्ण धनराशि रामजस महाविद्यालय के कोष में वापस जमा करवाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यदि रामजस कॉलेज उनकी इस मांग पर सकारात्मक निर्णय लेकर हिन्दू महासभा को अवगत नहीं करवाई तो हिन्दू महासभा आंदोलन का शंखनाद करेगी। उन्होंने कहा कि आंदोलन के प्रथम चरण में भ्रष्टाचार से जुड़े दस्तावेजों के साथ हिन्दू महासभा प्रधानमंत्री, केंद्रीय गृहमंत्री, यू जी सी के चेयरमैन और दिल्ली विश्वविद्यालय के उपकुलपति को ज्ञापन देगी। ज्ञापन देने के बाद आंदोलन के दूसरे चरण में हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रविन्द्र कुमार द्विवेदी के नेतृत्व में रामजस कॉलेज पर प्रदर्शन करते हुए कॉलेज का घेराव किया जाएगा।