कानपुर , अखिल भारत हिन्दू महासभा के किन्नर प्रकोष्ठ हिन्दू किन्नर सभा द्वारा जनपद के चारखंबा रोड फजलगंज विजय नगर स्थित अर्धनारेश्वर महादेव मंदिर में हवन पूजन का आयोजन किया गया। हवन पूजन के आयोजन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लोकसभा चुनाव में भारी बहुमत से जीत की मंगलकामना की गई ।
हिन्दू किन्नर सभा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मंगलामुखी मन्नत मां किन्नर ने हवन में पूर्णाहुति देते हुए भगवान अर्धनारेश्वर महादेव से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भारी बहुमत से जीत दिलाने की कामना की । उन्होंने नरेंद्र मोदी के आदम कद कट आउट पर मस्तक पर तिलक लगाकर और मिष्ठान अर्पित कर उन्हे चुनाव पूर्व ही जीत की अग्रिम शुभकामनाएं प्रदान की ।
हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता बी एन तिवारी ने आज जारी बयान में यह जानकारी देते हुए बताया कि हवन यज्ञ संपन्न होने के बाद मंगलामुखी मन्नत मां किन्नर ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि अखिल भारत हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रविन्द्र कुमार द्विवेदी ने लोकसभा चुनाव को धर्मयुद्ध घोषित कर नरेंद्र मोदी को दो तिहाई बहुमत से सत्ता में वापस लाने संकल्प जोधपुर में संपन्न 18 अप्रैल की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक में लिया था । उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष रविन्द्र कुमार द्विवेदी के संकल्प और नरेंद्र मोदी के 400 पार के आह्वान को पूरा करने के लिए आज हवन पूजन किया गया ।
मंगलामुखी मन्नत मां किन्नर ने पत्रकारों से कहा कि हिन्दू महासभा के हिन्दू राष्ट्र निर्माण अभियान को पूरा करने और भारत को विश्व की महाशक्ति बनाने के लिए भाजपा की दो तिहाई बहुमत से सत्ता में वापसी जरूरी है । उन्होंने देश के मतदाताओं से कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों को अपने वोट की ताकत से उनकी राष्ट्र विरोधी नीतियों के लिए करारा जवाब देने का आह्वान किया ।
राष्ट्रीय प्रवक्ता बी एन तिवारी ने बताया कि इस अवसर पर हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय संरक्षक गूगल गोल्डन बाबा मनोजानन्द जी महाराज और राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी प्रवीण सिंह चंदेल सहित हिन्दू किन्नर सभा से जुड़े किन्नर कार्यकर्ता भारी संख्या में उपस्थित हुए । गोल्डन गूगल बाबा मनोजनंद महाराज ने पत्रकारों से कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सत्ता में वापसी से ही राष्ट्र रक्षा , गौरक्षा और धर्मरक्षा संभव है । उन्होंने कहा कि मोदी जी के शासन में ही श्रीराम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण की तर्ज पर श्रीकृष्ण जन्मभूमि मथुरा और काशी विश्वनाथ मंदिर वाराणसी भी विधर्मी प्रतीकों से मुक्त होगा और देशवासियों का भव्य मंदिर निर्माण का संकल्प साकार होगा ।